लफ़्ज़ों में किया रखा है, जब बिना बोले समझे, तब कोई बात | Aditya Narayan
मुझे खुद को कंट्रोल करना है, अपने दिमाग का कैप्टन बनना है, और सबसे पहले खुद, को समझना है। Hrithik Roshan
मन उस बच्चे की तरह है, जिसे एक बार नहीं, बार - बार समझाने की जरुरत है |
जो आपसे नफरत करते है, आप उनसे कभी ईर्ष्या न करें क्योंकि वे ही हैं, जो आपको खुद से बेहतर समझते है, इसलिए उन सबके लिए शुभ भावना रखें, जो हमसे ईर्ष्या करते है |
में शुरुआत में जब ब्रह्माकुमारी में आई तो एक बात थी जो में Accept नहीं कर पा रही थी ,यहाँ कहा जाता था की यहाँ खुद परमात्मा पढ़ा रहे है, लेकिन जब मेने समझा और पढ़ा तब पता चला यहाँ खुद परमात्मा पढ़ा रहे है| Bk Shivani
एक मित्र ने कहा -गुप्ता जी, में विवाह इस कारण नहीं करना चाहता हु की मुझे स्त्रियो से दर लगता है गुप्ता जी ने समझाया-ऐसी बात है तो तुरंत विवाह कर डालो, में अपनी अनुभव से कहता हु की विवाह के बाद एक ही स्त्री का भय रह जाता है
जो भी चीज़ आपको परेशान करती है ,वास्तव में वह आपकी है ही नहीं ऐसी वस्तु का त्याग कर देना ही समझदारी है | Bk Shivani
आप पाँच चीज़े अभी से छोड़ दो - 1. सबको खुश करना | 2 . दुसरो से ज्यादा उम्मीद करना | 3 . अतीत में जिंदगी जीना | 4 . खुद को किसी से कम समझना | 5 . बहुत ज्यादा सोचना | Bk Shivani
तर्क द्वारा उसे कोई समझ नहीं सकता | चाहे वो युगो युगो तक तर्क ही करता रहे | nanak ji
जितना आप स्वयं को समझेंगे उतना ही शांत,सरल और सहज रहना आपके लिए सरल होगा | Bk Shivani
प्रशंसा को वीरता के कार्यों, की सुगंध ही समझिए | Socrates
आप यदि कुछ नया करने की, सोच रहे हैं तो आपको गलत , चीज़ों को समझने के लिए तैयार , रहना चाहिए | Jeff Bezos
आत्मज्ञान एक समझ है, कि यही सबकुछ है, यही बिलकुल सही है, बस यही है आत्मज्ञान, कोई उप्लाब्धि नही है, यह ये जानना है, कि ना कुछ पाना है, और ना कहीं जाना है | OSHO
यु जाड्डे का मौसम और धुंध का माहोल । चाय के दो कप । एक म्हारा और दूसरा भी म्हारा। चाय गेल कोई समझौता नहीं ।
शांति ताकत से नहीं, कायम रखी जा सकती, ये केवल समझ से प्राप्त, की जा सकती है | Albert Einstein
याद रखिये सबसे बड़ा अपराध , अन्याय सहना और गलत के , साथ समझौता करना है I Subhash Chandra Bose
''अपना समझो या बेगाना हमारा आपका रिश्ता है पुराना इसलिए फ़र्ज़ था आपको बताना गर्मियाँ शुरू हो गयी है रोज़ नहाना ...''
क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं.
खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है.